Content removal requests: If you own rights to any content and would like us to remove it OR give credit, please contact us rojgarexamresults@gmail.com
Latest Updates

सरकारी कर्मचारियों की पेंशन नियमों में बड़ा बदलाव | Central Govt Pension Rule 2025

सरकारी कर्मचारियों की पेंशन नियमों में बड़ा बदलाव | Central Govt Pension Rule 2025
12 Jun
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

सरकारी कर्मचारियों की पेंशन नियमों में बड़ा बदलाव: अब अनुशासनहीनता पर छिन सकती है पेंशन

केंद्र सरकार ने 22 मई 2025 से केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) संशोधन नियम 2025 को लागू कर दिया है, जो कि सरकारी कर्मचारियों की पेंशन व्यवस्था में एक ऐतिहासिक और सख्त बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इस नए संशोधन के बाद अब सिर्फ नौकरी से बर्खास्तगी ही नहीं, बल्कि पेंशन और रिटायरमेंट लाभ भी समाप्त किए जा सकते हैं, खासतौर पर अनुशासनहीनता, भ्रष्टाचार या गंभीर लापरवाही के मामलों में।


क्या है नया नियम?

अब यदि किसी सरकारी कर्मचारी को अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत नौकरी से निकाला जाता है, तो उसे:

  • मंथली पेंशन

  • ग्रेच्युटी

  • अन्य रिटायरमेंट लाभ

नहीं मिल सकते।
यह एक बड़ा और सख्त बदलाव है, क्योंकि पहले इन मामलों में संबंधित मंत्रालय द्वारा समीक्षा के बाद राहत मिल सकती थी। अब यह स्वचालित रूप से नहीं होगा।


किस पर लागू होंगे ये नए नियम?

यह संशोधन उन कर्मचारियों पर लागू होगा:

  • जिनकी नियुक्ति 31 दिसंबर 2003 या उससे पहले हुई थी।

  • जो ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के अंतर्गत आते हैं।

किन्हें छूट दी गई है?

निम्न वर्गों को इस नियम से छूट मिली है:

  • रेलवे कर्मचारी

  • दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी

  • IAS, IPS और IFS अधिकारी

  • नई पेंशन योजना (NPS) के अंतर्गत आने वाले कर्मचारी


क्या है नियम में राहत की गुंजाइश?

सरकार ने नियमों को पूरी तरह कठोर नहीं रखा है। कुछ मामलों में:

  • यदि कर्मचारी का भविष्य का व्यवहार संतोषजनक पाया गया तो पुनर्विचार की संभावना रहेगी।

  • मानवीय आधार पर फैमिली पेंशन या आर्थिक सहायता देने की व्यवस्था भी बनाई गई है।


सरकार का उद्देश्य क्या है?

सरकार का कहना है कि इस बदलाव का उद्देश्य है:

  • सरकारी सेवा में अनुशासन बनाए रखना

  • भ्रष्टाचार और लापरवाही पर नियंत्रण पाना

  • सरकारी नौकरी को सिर्फ रोजगार नहीं, जवाबदेही से जुड़ा कर्तव्य बनाना


बिलकुल! नीचे इस विषय से जुड़े कुछ FAQs (Frequently Asked Questions) यानी अक्सर पूछे जाने वाले सवाल दिए गए हैं, जो ब्लॉग के साथ जोड़ने पर पाठकों को विषय को बेहतर समझने में मदद करेंगे:


???? FAQs – सरकारी कर्मचारियों की पेंशन नियमों में बदलाव को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q1: नया पेंशन नियम कब से लागू हुआ है?

उत्तर: नया पेंशन संशोधन नियम 22 मई 2025 से प्रभाव में आ चुका है।


Q2: किन कर्मचारियों पर यह नया नियम लागू होगा?

उत्तर: यह नियम केवल उन सरकारी कर्मचारियों पर लागू होगा जिनकी नियुक्ति 31 दिसंबर 2003 या उससे पहले हुई थी और जो ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) के अंतर्गत आते हैं।


Q3: यदि कोई कर्मचारी भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता में पकड़ा जाता है, तो क्या उसे पेंशन नहीं मिलेगी?

उत्तर: हां, यदि किसी कर्मचारी को अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत सेवा से हटाया या बर्खास्त किया जाता है, तो उसकी मंथली पेंशन और अन्य रिटायरमेंट लाभ रोके जा सकते हैं


Q4: क्या सभी सरकारी कर्मचारियों पर यह नियम लागू होता है?

उत्तर: नहीं, निम्नलिखित कर्मचारियों पर यह नया नियम लागू नहीं होता:

  • रेलवे कर्मचारी

  • दैनिक वेतनभोगी

  • IAS, IPS और IFS अधिकारी

  • नई पेंशन योजना (NPS) वाले कर्मचारी


Q5: क्या बर्खास्त कर्मचारी के परिवार को पेंशन मिल सकती है?

उत्तर: हां, मानवीय आधार पर फैमिली पेंशन या आर्थिक सहायता की गुंजाइश अभी भी बनी हुई है, विशेषकर अगर परिवार को जीवनयापन में कठिनाई हो रही हो।


Q6: क्या इस नियम में अपील या पुनर्विचार की कोई व्यवस्था है?

उत्तर: हां, अगर किसी कर्मचारी का व्यवहार भविष्य में संतोषजनक पाया जाता है या मामला मानवीय दृष्टिकोण से मजबूत होता है, तो पेंशन पुनः बहाल किए जाने की संभावना रखी गई है।


Q7: NPS वाले कर्मचारियों के लिए यह नियम क्या मायने रखता है?

उत्तर: यह नियम NPS (New Pension Scheme) वाले कर्मचारियों पर लागू नहीं होता, क्योंकि NPS में पेंशन सरकारी गारंटी पर नहीं, बल्कि निवेश और अंशदान पर आधारित होती है।


Q8: इस बदलाव का उद्देश्य क्या है?

उत्तर: इस संशोधन का उद्देश्य सरकारी सेवाओं में अनुशासन और जवाबदेही सुनिश्चित करना है, ताकि भ्रष्टाचार, लापरवाही और अनियमितताओं पर लगाम लगाई जा सके।


निष्कर्ष

केंद्रीय सिविल सेवा (पेंशन) संशोधन नियम 2025 से यह साफ हो गया है कि अब सरकारी नौकरी में अनियमितता या अनुशासनहीनता को हल्के में नहीं लिया जाएगा। यह नियम सरकारी कर्मचारियों को जिम्मेदारीपूर्वक और ईमानदारी से सेवा देने के लिए प्रेरित करेगा।

हालांकि सरकार ने कुछ राहत की गुंजाइश भी छोड़ी है, ताकि मानवता और न्याय के संतुलन को भी बनाए रखा जा सके।


Leave Message

Stay Connected With Us

Post Your Comment