Content removal requests: If you own rights to any content and would like us to remove it OR give credit, please contact us rojgarexamresults@gmail.com
Latest Updates

Permanent Job for Contract Workers: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला

Permanent Job for Contract Workers: हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
13 Jun
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

संविदा कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत: हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, नियमितीकरण का रास्ता साफ

प्रदेश में संविदा पर वर्षों से कार्य कर रहे लाखों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए सरकार को निर्देश दिया है कि जो कर्मचारी लंबे समय से संविदा पर सेवाएं दे रहे हैं, उन्हें नियमित किया जाए।

क्या है हाईकोर्ट का आदेश?

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर कोई कर्मचारी लगातार कई वर्षों से सेवाएं दे रहा है और विभाग को उसकी सेवाओं की आवश्यकता भी है, तो उसे केवल संविदा कर्मचारी मानकर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह न केवल संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) और अनुच्छेद 16 (समान अवसर) का उल्लंघन है, बल्कि कर्मचारियों के मेहनत और समर्पण के साथ अन्याय भी है।

समान कार्य, समान वेतन: संविदा से स्थायी की ओर

कोर्ट ने सरकार को यह भी सुझाव दिया है कि संविदा कर्मचारियों के लिए एक स्थायी रोजगार नीति तैयार की जाए, ताकि उन्हें नियमित कर्मचारियों जैसे सभी लाभ मिल सकें। इसमें शामिल हैं:

  • भविष्य निधि (PF)

  • ग्रेच्युटी

  • चिकित्सा सुविधा

  • सामाजिक सुरक्षा

"समान कार्य के लिए समान वेतन" के सिद्धांत को लागू करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

किन विभागों को होगा सीधा लाभ?

यह निर्णय उन सभी विभागों में कार्यरत संविदा कर्मचारियों के लिए राहत बनकर आया है, जहां पर वर्षों से निम्न पदों पर लोग कार्यरत हैं:

  • शिक्षक

  • नर्स

  • कंप्यूटर ऑपरेटर

  • लेखा सहायक

  • तकनीकी कर्मी

  • पंचायत व नगर निकाय कर्मचारी

इन सभी पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को अब स्थायी नियुक्ति की उम्मीद है।

सरकार पर बढ़ा दबाव, नीति लाने की तैयारी

हाईकोर्ट के इस आदेश के बाद सरकार पर संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का दबाव तेजी से बढ़ा है। खबर है कि सरकार एक नीतिगत निर्णय लेने की तैयारी में है, जिसके तहत चरणबद्ध तरीके से नियमितीकरण किया जाएगा।

संविदा संगठनों की प्रतिक्रिया

इस फैसले के बाद संविदा कर्मचारियों के संगठनों ने खुशी जताई है और इस निर्णय को "ऐतिहासिक" बताया है। संगठनों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द इस आदेश को लागू करे, ताकि लाखों परिवारों को सामाजिक और आर्थिक स्थिरता मिल सके।

कुछ संगठनों ने यह चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार इसमें देरी करती है, तो वे आंदोलन का रास्ता भी अपना सकते हैं।

राजनीतिक असर की भी संभावना

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह मुद्दा जनता से सीधा जुड़ा हुआ है। यदि सरकार समय पर सही कदम नहीं उठाती, तो इसका असर आगामी चुनावों में भी देखने को मिल सकता है।


निष्कर्ष:

हाईकोर्ट का यह निर्णय प्रदेश के संविदा कर्मचारियों के लिए एक नई उम्मीद और सकारात्मक बदलाव की शुरुआत है। अब पूरा देश देख रहा है कि सरकार इस पर कितनी जल्दी और गंभीरता से अमल करती है।

लेटेस्ट अपडेट्स और सरकारी नौकरियों से जुड़ी खबरों के लिए जुड़े रहें:
हमारे व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें और पाएं हर खबर सबसे पहले!


Leave Message

Stay Connected With Us

Post Your Comment